रानेट सोत नदी पर स्थित पुल के क्षतिग्रस्त होने से जहां करीब 100 गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट गया है. पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) द्वारा इस पुल के विकल्प के रूप में एक अस्थायी वैकल्पिक मार्ग बनाए जाने की योजना बनाई गई थी।
जिसे 15 मई तक पूरा करने का वादा संबंधित ठेकेदार मोहम्मद सलीम द्वारा किया गया था। लेकिन 21 मई को जब पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने स्थल का निरीक्षण किया, तो नजारा बेहद निराशाजनक था
मौके पर सिर्फ एक रोड रोलर मौजूद था, न कोई मजदूर, न ही निर्माण सामग्री इस लापरवाही पर बिसौली विधायक आशुतोष मौर्य ने गहरी नाराजगी जताई और संबंधित अधिकारियों व ठेकेदार को फटकार लगाते हुए निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। विधायक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जनता को इस संकट से जल्दी राहत मिलनी चाहिए, यह लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
वहीं, पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने ठेकेदार मोहम्मद सलीम को अंतिम चेतावनी देते हुए निर्देश दिया कि 25 मई तक हर हाल में वैकल्पिक मार्ग का निर्माण पूरा किया जाए, अन्यथा ठेकेदार का क्लेम अस्वीकार कर दिया जाएगा और कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। विधायक आशुतोष मौर्य ने जनता को आश्वस्त किया है ।
कि "अगले दो दिनों में वैकल्पिक मार्ग पर कार्य शुरू हो जाएगा और जल्द ही आवाजाही बहाल की जाएगी। ग्रामीणों ने जताई राहत की उम्मीद क्षेत्र के ग्रामीणों ने विधायक की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि अब उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही उनके बच्चों की स्कूलों तक पहुंच, किसानों की मंडियों तक आवाजाही और आपातकालीन सेवाएं सामान्य हो सकेंगी। यह मामला एक बार फिर दर्शाता है
कि प्रशासनिक कार्यों में यदि जनप्रतिनिधि सजग हों तो जनता की समस्याएं समय रहते हल की जा सकती हैं। अब देखना यह होगा कि वादों के अनुरूप 25 मई तक निर्माण कार्य पूरा हो पाता है ।